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19 साल बाद बन रहा शुभ संयोग, पूरा देश एक ही दिन मना रहा स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन

19 साल बाद और स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन मनाया जाएगा। इससे पहले ऐसा संयोग वर्ष 2000 में देखने को मिला था।इस साल बहनों को रक्षाबंधन पर्व पर समय को देखते हुए राखी नहीं बांधनी होगी। क्योंकि इस साल रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया नहीं होगा। ज्योतिष की माने तो भद्रा सूर्योदय से पहले ही खत्म हो जाएगा। इसलिए बहनें निश्चिंत होकर दिनभर में किसी भी समय अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकती हैं।

रक्षाबंधन पर्व

ज्योतिष के अनुसार रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन होने का बड़ा कारण बताया गया है। इस साल पूर्णिमा एक दिन पहले से ही शुरू हो रही है। इस साल पूर्णिमा 14 अगस्त बुधवार के दिन शाम करीब 3: 45 मिनट से शुरू होकर 15 अगस्त को शाम 5:59 बजे तक रहेगी।

रक्षाबंधन

14 अगस्त को भद्रा व्याप्त रहेगी, लेकिन 15 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन सूर्योदय से पहले ही भद्रा खत्म हो जाएगा।

क्या है भद्रा : देव और दानवों के युद्ध में भगवान शिव के शरीर से भद्रा उत्पन्न हुई। दैत्यों के संहार के लिए गर्दभ के मुख और लंबी पूंछ वाली भद्रा को ज्योतिष शास्त्र में सर्पिणी के समान विषैला बताया गया है। इसी कारण ऋषि-मुनियों ने प्राचीन काल से ही भद्रा की अवधि को समस्त मांगलिक कार्यों के लिए निषिद्ध घोषित किया था।

रिपोर्ट – शिवानी मेहरोत्रा

रक्षाबंधन
स्वतंत्रता दिवस की बधाई।
रक्षाबंधन
स्वतंत्रता दिवस की बधाई।

 

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