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नवरात्र 2018 : मां भद्रकाली की प्रतिमा सेना की मदद से 36 साल बाद कश्‍मीर में दोबारा स्‍थापित

श्रीनगर। अपने शौर्य और पराक्रम के लिए दुनियाभर में मशहूर भारतीय सेना में भी देवी भक्‍तों की कमी नहीं हैं। लीक से हटकर सेना धार्मिक कार्यों में भी अपनी सेवाएं देती ही है।

इस बार 36 साल बाद आर्मी ने घाटी में मां भद्रकाली की मूर्ति की दोबारा स्‍थापना करवाई है। मूर्ति करीब सवा सौ साल पुरानी है। बता दें कि मूर्ति का निर्माण 1891 में कराया गया था।

कहा जाता है कि गांव के ही श्रीमान सर्वा को मां ने सपने में दर्शन दिए और कहा कि उनकी मूर्ति को खानयार स्थित मंदिर से हंदवाड़ा में स्थापित किया जाए। सर्वा के बेटे केशवजी ने इस मूर्ति को खानयार से हटवाकर भद्रकाल गांव में भद्रकाली मंदिर में स्थापित करा दिया। उसके बाद रहस्यमय परिस्थितियों में मूर्ति मंदिर से 1981 में चोरी हो गई।

बड़ी मुश्किलों के बाद 1983 में मूर्ति को खोज निकाला गया। इसके बाद मूर्ति को जम्मू में रखा गया था। तब से ये मूर्ति वहीं रखी हुई थी। अब जाकर सेना की मदद से इस मूर्ति को हंदवाड़ा के ऐतिहासिक मंदिर में दोबारा स्‍थापित कराया गया है। मन्दिर की सुरक्षा सेना के जवान करेंगे।

मां भद्रकाली की मूर्ति को मंदिर में फिर से स्थापित करने में सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स ने मदद की। अब मंदिर की सुरक्षा में सेना के जवानों की तैनाती भी की गई है। खबर के अनुसार, पंडित भूषण लाल ने 7 सेक्टर के राष्ट्रीय राइफल्स के ब्रिगेडियर डीआर राय से इस मूर्ति को कश्मीर में पुर्नस्थापित करने में मदद मांगी थी।

इस पर ब्रिगेडियर राय ने वादा किया कि नवरात्र की शुरुआत में मूर्ति मंदिर में फिर से स्थापित कर दी जाएगी। इसके बाद 18 मार्च, 2018 को नवरात्र के पहले दिन मां भद्रकाली की ऐतिहासिक मूर्ति मंदिर में स्थापित कर दी गई।

ब्रिगेडियर ने कहा कि मंदिर और मूर्ति की सुरक्षा के लिए जवान तैनात रहेंगे। करीब 36 वर्षों बाद सवा सौ साल पुरानी मां की मूर्ति को उसकी सही जगह मिल गई। इस मौके पर मेजर जनरल एके सिंह और काफी संख्या में देश के विभिन्न भागों से आए मां के भक्त मौजूद रहे।

मूर्ति चोरी होने के बाद जब 1983 में बरामद हुई तो उसके बाद से भूषण लाल पंडित इसे जम्मू ले गए। वहीं पर वो मां भद्रकाली की मूर्ति की पूजा करते रहे। मूर्ति की स्थापना के दौरान गांव में उत्सव सा माहौल देखने को मिला था। नवरात्र के पावन दिनों में मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता आ पहुंचा है।

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