Uncategorized

छोटे पर्दे पर महिलाओं की कद्र ज्यादा : अनेरी वजानी

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)| ‘बेहद’ व ‘निशा और उसके कजन्स’ जैसे धारावाहिकों से एक्टिंग का लोहा मनवा चुकीं अनेरी वजानी फिल्मों की तुलना में टेलीविजन को प्राथमिकता देती हैं। इसकी वजह बताते हुए वह कहती हैं कि फिल्मों में महिलाओं के बजाय पुरुषों को अधिक तरजीह दी जाती है, लेकिन छोटे पर्दे पर यही पुरुष जमात महिलाओं के पीछे खड़ी नजर आती है।

अनेरी ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि महिलाओं के प्रति लोगों के नजरिए में बदलाव लाने की जरूरत है और बदलाव घर से ही शुरू होना चाहिए। महिला सशक्तीकरण को अपने शब्दों में बयां करते हुए वह कहती हैं, मेरी नजर में महिला सशक्तीकरण महिलाओं को उनके अधिकारों की छूट देना है। एक महिला ही घर चलाती है, इसलिए उसे उससे जुड़े फैसले लेने की आजादी दी जानी चाहिए, जो घर से देनी शुरू करनी होगी। घर में महिलाओं को समान अधिकार मिलेगा तो समाज और देश में खुद ही उनके लिए रास्ते बनते चले जाएंगे।

टीवी के सबसे विवादित शो ‘बिग बॉस’ में इस साल अनेरी के शामिल होने की अटकलें थीं, जो बाद में झूठी साबित हुई। बिग बॉस के घर में जाने के सवाल पर वह कहती हैं, बिग बॉस जैसा शो मेरे लिए नहीं है, क्योंकि मैं बहुत भावुक हूं और हर वक्त लड़ना-झगड़ना, प्लानिंग करना मुझसे नहीं होता। मुझे नहीं लगता कि मैं कभी यह शो कर पाऊंगी।

‘बेहद’ में सांझ का किरदार निभा रहीं अनेरी हर तरह की भूमिका करने के लिए तैयार हैं। वह कहती हैं, एक एक्टर के तौर पर मैं कभी संतुष्ट नहीं होती। मुझे अलग-अलग तरह के किरदार निभाने में मजा आता है। आप मेरा अब तक का करियर देखें तो पता चलेगा कि मैंने कभी कोई किरदार रिपीट नहीं किया है। दोहराव बोरियत लाता है, जो मुझे पसंद नहीं है।

अनेरी को करियर के इस पड़ाव पर नकारात्मक भूमिकाएं करने से भी गुरेज नहीं है। वह कहती हैं, अगर किरदार में दम है तो नकारात्मक किरदार के लिए तैयार हूं। मेरा किरदार मेरी प्राथमिकता है, बस किरदार में दम होना चाहिए।

अनेरी बॉडी शेमिग को नकारात्मक लोगों के दिमाग की उपज कहती हैं। पिछले महीने अनेरी की सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी ट्रोल हुई थी। इसी बारे में पूछने पर वह कहती हैं, मैं इन चीजों पर ज्यादा कुछ बोलना नहीं चाहती। बेहतर है कि नकारात्मक लोगों और चीजों से दूर रहा जाए। मैं इन पर ध्यान नहीं देती।

अनेरी को अपने करियर में एक बात का फख्र है कि उन्हें आज तक काम मांगना नहीं पड़ा है।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close