पूर्व लोकसभा अध्यक्ष रवि राय को नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
भुवनेश्वर | ओडिशा में कई नेताओं व गणमान्य लोगों ने लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष रवि राय के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज में सोमवार को राय (91) का निधन हो गया। उम्र संबंधी समस्याओं को लेकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां लोहिया अकादमी में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ओडिशा के राज्यपाल एस.सी.जमीर, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी तथा अन्य लोगों ने राय को पुष्पांजलि अर्पित की। नीतीश कुमार ने कहा, “राय के निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। वह एक गांधीवादी तथा दिग्गज समाजवादी नेता थे। उन्होंने हमें राह दिखाई और लोकसभा अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल बेहतरीन रहा। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ा नुकसान है।”
नीतीश कुमार राय के गांव पुरी जिले के भनारगढ़ में उनकी अंत्येष्टि में हिस्सा लेंगे। राय को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि भारतीय राजनीति में यह एक युग का अवसान है। दिग्गज समाजवादी नेता के सम्मान में ओडिशा की सरकार ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। सभी सरकारी इमारतों पर लगे राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया गया है।
26 जनवरी, 1926 को जन्मे राय ने दिग्गज समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया से प्रेरित होकर राजनीति में कदम रखा था। राय सन् 1968 में ओडिशा के पुरी निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए। प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया और उन्हें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बनाया। वह इस पद पर जनवरी 1979 से जनवरी 1980 तक रहे।
सन् 1989 में वह जनता दल से ओडिशा के केंद्रापाड़ा निर्वाचन क्षेत्र से दोबारा सांसद चुने गए। 19 दिसंबर, 1989 को उन्हें सर्वसम्मति से लोकसभा का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। इसी निर्वाचन क्षेत्र से सन् 1991 में वह फिर सांसद निर्वाचित हुए। उन्होंने रावेनशॉ कॉलेज से इतिहास में स्नातक किया और बाद में कटक के मधुसूदन लॉ कॉलेज में कानून का अध्ययन किया।