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मौसम: आनेवाले दस दिनों में पड़ेगी कड़ाके की ठंड! पश्चिमी विक्षोभ का दिखेगा असर

नई दिल्ली। देश के अधिकांश राज्यों में मौसम शुष्क बना हुआ है। तापमान में तेजी से गिरावट के कारण गुलाबी ठंड का अहसास होना शुरू हो गया है। राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में अगले दस दिनों में ठंड शुरू हो जाएंगी।

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के साथ गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना में तापमान 6 से 7 नवंबर के बीच तेजी से गिरने के आसार है।
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मौसम विभाग का कहना है कि इस समय उत्तर और पश्चिम से लेकर मध्य भारत तक शुष्क उत्तर-पश्चिम हवाएं चल रही हैं। उत्तर के पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद ये हवाएं बर्फीले इलाकों से गुजरती हुई मध्य भारत तक ठंडक लेकर पहुंचेंगी। इन वजहों से 7 नवंबर से देश में दो पश्चिमी विक्षोभ की वजह से उत्तर से लेकर मध्य भारत तक दिन में भी ठिठुरन महसूस होगी।

मौसम विभाग के अनुसार पहला पश्चिमी विक्षोभ 31 अक्तूबर को कश्मीर में दस्तक देगा। जिसके कारण एक या दो नवंबर को हिमाचल और उत्तराखंड में हल्की बर्फबारी के साथ बारिश हो सकती है। जबकि दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 3 नवंबर को आएगा, जिससे 5 से 6 नवंबर तक कश्मीर से हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, एक नवंबर से राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में मौसम साफ रहेगा। लेकिन सुबह और शाम को हल्की सर्दी महसूस होगी। लेकिन दोपहर का तापमान 30 से 35 डिग्री के बीच रहेगा। दूसरी तरफ, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और समूचे उत्तर-पूर्वी राज्यों में मौसम शुष्क बना रहेगा। अगले एक हफ्ते इन राज्यों में तापमान धीरे धीरे कम होगा।

पूर्वोत्तर मानसून से इन राज्यों में होगी बारिश
बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्वी हवाओं के साथ दक्षिणी प्रायद्वीप की तरफ नमी आनी शुरू हो गई है। दक्षिणी राज्यों में 29 अक्तूबर को उत्तर-पूर्वी मानसून के दस्तक देने की संभावना है। इस मानसून का पूर्वोत्तर राज्यों से भी लेना-देना नहीं है। यह मध्यम दर्जे की बारिश के साथ तमिलनाडु, तटीय आंध्र और केरल में आएगा और दिसंबर तक सक्रिय रहेगा।

स्काईमेट(मौसम पूर्वानुमान एजेंसी) के अनुसार, पूर्वोत्तर मानसून के लिए आवश्यक मौसम पैरामीटर पहले ही पूरे हो चुके हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर उत्तर-पूर्वी हवाएं तेज हो गई हैं और जल्द ही पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत हो जाएगी। एक नवंबर से आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और तमिलनाडु के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे बढ़ेंगी। आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट और रायलसीमा में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। नेल्लोर, कवाली, तिरुपति और चित्तूर जैसे स्थानों पर कुछ तेज बारिश हो सकती है।

वही श्रीलंका के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। और एक ट्रफ रेखा इस चक्रवाती परिसंचरण से तटीय आंध्र प्रदेश तक फैलेगी। 2 से 4 नवंबर के बीच तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के साथ-साथ केरल में बारिश की गतिविधियों में धीरे-धीरे वृद्धि होगी। बता दे, तमिलनाडु में अक्तूबर से दिसंबर के बीच पूर्वोत्तर मानसून के दौरान सबसे ज्यादा बारिश होती है।

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