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उत्तरकाशी: एवलॉन्च में एवरेस्ट विजेता की मौत, 12 मई को सबसे ऊंची चोटी पर लहराया था तिरंगा

उत्तरकाशी। उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकला 58 पर्वतारोहियों का दल मंगलवार सुबह हिमस्खलन की चपेट में आ गया था। सूचना मिलाने के बाद वायुसेना ने रेस्क्यू अभियान चलाकर 26 लोगों को बचा लिया और 28 लोग लापता थे। जबकि चार लोगों के शव निकाले जा सके। इस हादसे में पर्वतारोही सविता कंसवाल की मौत हो गई है।

बता ददें, कि सविता ने इसी साल मई माह में 15 दिन के अंदर एवरेस्ट और माउंट मकालू पर्वत सफल आरोहण कर नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम किया था। मंगलवार सुबह द्रौपदी का डांडा चोटी में निम के एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स में गए प्रशिक्षकों में सविता भी शामिल थी।

निम के प्रधानाचार्य अमित बिष्ट ने हादसे में एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल की मौत की पुष्टि की। सविता उत्तरकाशी जनपद की एक उभरती हुई पर्वतारोही थी। सविता ने बेहद कम समय में पर्वतारोहण के क्षेत्र में ढेर साडी उपलब्धिता हासिल की थी। सविता ने नेहरु पर्वतारोहण संस्थान से एडवांस और सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स के साथ पर्वतारोहण प्रशिक्षक का कोर्स किया था और वह की कुशल प्रशिक्षक थी।

इसी साल 12 मई को सविता ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी(8848 मीटर) पर तिरंगा फहराया था। इसके 15 दिन बाद सविता ने माउंट मकालू (8463 मीटर) पर भी सफल आरोहण किया था। उसकी सफलता से उसके क्षेत्र और जनपदभर में खुशी की लहर थी। वहीं मंगलवार देर शाम सविता की मौत की खबर आने के बाद उसके गांव सहित जनपदभर में शोक की लहर फैल गई है।

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