राष्ट्रीय

लाउडस्पीकर विवाद के बीच हनुमान जयंती आज, सुरक्षा के किये गये खास इंतज़ाम

आज हनुमान जयंती है और पूरे देश में इसे धूमधाम से मनाया जा रहा है। जगह-जगह अजान के खिलाफ हनुमान जयंती 2022 पर लाउडस्पीकर से हनुमान चालीस पाठ करने की बात कही जा रही है। कुछ दिनों में देश के अलग-अलग राज्यों में हिंदू और मुस्लिमों के बीच हुई झड़प को देखते हुए हर जगह सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। स्थानीय शासन और प्रशासन कसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए खास तैयारी किए हुए है। जहां हाल के दिनों में दंगे हुए हैं, वहां पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात की गईं हैं। इसके अलावा जुलूस को लेकर भी कुछ नियम तय किए गए हैं।

इसी बीच लाउडस्पीकर पर होने वाली अजान को लेकर उठाए गए सवालों के बीच हनुमान जयंती के मौके पर हिंदूवादी संगठन लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ जगह-जगह बजा रहे हैं। एक तरफ जहां हिंदूवादी संगठन हिंदू रक्षा दल ने ऐलान किया है कि वो काशी के मंदिरों को चिह्नित कर वहां लाउडस्पीकर लगाएगा और नमाज के पांचों वक्त वहां से हनुमान चालीसा बजाया जाएगा। तो वहीं अजान के विरोध में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा मामले मैं अब हिंदू महासभा भी शामिल हो गई है। हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती व राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडे ने समर्थकों के साथ अपने सनातन भवन कार्यालय पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ बजाया।

उन्होंने कहा कि अजान हमारे कानों को दूषित कर रही है। हमें परेशान कर रही है। एक हमारा समुदाय है कि हम नियम के अनुपालन में शांत बैठे हुए हैं। हमने फैसला किया है कि पक्षपाती रवैया बर्दाश्त के काबिल नहीं है। हम भी अब पांचों पहर अपना हनुमान चालीसा बजाएंगे।

देश में हाल के दिनों में हिंदू और मुस्लिम के बीच तनाव का माहौल कई बार बना। पहले मुंबई में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की, तो कर्नाटक में मंदिरों के आसपास से मुस्लिम दुकानदारों को हटाने और मुस्लिमों का बहिष्कार करने जैसे मामले सामने आए। इनसे दोनों धर्म के लोगों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई। तनाव की स्थिति के बीच दोनों समुदाय के लोग कई बार एक दूसरे के सामने भी आ गए। बात चाहे राजस्थान के करौली की हो, बैंगलुरु की हो या फिर मध्य प्रदेश के खरगोन की हो। हर जगह स्थिति को कंट्रोल करने में प्रशासन को काफी चुनौती का सामना करना पड़ा।

बता दें कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब महाराष्ट्र में राज ठाकरे ने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने का अल्टीमेटम सरकार को दे दिया। इसके बाद देशभर में इसको लेकर विवाद चल रहा है। अलीगढ़ में तो लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू भी कर दिया गया है।

रामनवमी पर जुलूस के दौरान हुई झड़प और बाद में उसके दंगे के रूप में बदल जाने से राज्य सरकार अलर्ट है औऱ आज हनुमान जयंती पर हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए उसने भोपाल में हाई अलर्ट जारी किया है। यहां हनुमान जयंती पर जुलूस को लेकर खास शर्तें रखी गईं हैं। इन शर्तों के मुताबिक कोई भी समिति प्रशासन की अनुमति के बिना जुलूस नहीं निकाल सकेगी। वहीं जुलूस निकालने वाले आयोजकों को पुलिस की 16 शर्तों को पालन करना होगा।

 

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