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बिना इंटरनेट कनेक्‍शन के ऐसे करें UPI पेमेंट, जानें पूरा प्रोसेस

खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी की वजह से कई बार यूपीआई (UPI) पेमेंट में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नए UPI सिस्टम ने इस मुश्किल को खत्‍म कर दिया है। ‘123PAY’ नाम की इस UPI पेमेंट सर्विस की मदद से फीचर फोन्‍स से भी डिजिटल पेमेंट्स किए जा सकते हैं। यूजर के फोन में इंटरनेट कनेक्‍शन नहीं होने पर भी वह UPI पेमेंट कर सकता है। स्‍मार्टफोन के साथ-साथ 40 करोड़ से ज्‍यादा फीचर फोन यूजर्स इस सिस्‍टम को इस्‍तेमाल करके डिजिटल पेमेंट कर सकते हैं।

एक फोन कॉल में हो जाता है पेमेंट
अपने फोन से 08045163666 पर कॉल करें।
कॉल शुरू होने के बाद अपनी पसंदीदा भाषा चुनें।
पैसे ट्रांसफर करने के लिए ‘1′ दबाएं।
IVR निर्देशों का पालन करते हुए अपना बैंक सिलेक्‍ट करें।
एक बार फिर से अपने फोन नंबर का इस्‍तेमाल करके पेमेंट को जारी रखने के लिए ‘1′ दबाएं।
अपना फोन नंबर एंटर करें।
बताई गई ‘की’ दबाकर अपने फोन नंबर को कन्‍फर्म करें।
अमाउंट टाइप करें, जो आप भेजना चाहते हैं।
ट्रांजैक्‍शन को पूरा करने के लिए अपना UPI पिन टाइप करें।

हमने आपको जो तरीका बताया है वह IVR (इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पांस) नंबर पर कॉल करके UPI पेमेंट करने का तरीका है। इसमें इंटरनेट कनेक्‍शन की जरूरत नहीं होती। इसके अलावा तीन और तरह से ट्रांजैक्‍शन किया जा सकता है। आप फीचर फोन में ऐप की फंक्‍शनैलिटी से, मिस्ड कॉल के जरिए और प्रॉक्सिमिटी साउंड-बेस्‍ड पेमेंट्स के जरिए डिजिटल पेमेंट हो सकता है।

इस सिस्‍टम का बड़ा फायदा यह है कि फीचर फोन यूजर्स भी अब अपने दोस्तों और परिवार को पेमेंट कर सकते हैं। बिलों का पेमेंट कर सकते हैं। अपनी गाड़‍ियों के फास्‍टैग को रिचार्ज कर सकते हैं। मोबाइल बिल्‍स भर सकते हैं। अकाउंट बैलेंस मालूम किया जा सकता है साथ ही UPI पिन को सेट और बदला जा सकता है।

इस सिस्‍टम को शुरू करने के साथ डिजिटल पेमेंट के लिए 24×7 हेल्पलाइन भी शुरू की गई है, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने सेटअप किया है। ‘डिजीसाथी’ नाम की यह हेल्पलाइन वेबसाइट और चैटबॉट के जरिए यूजर्स के सवालों का जवाब देगी और उन्‍हें डिजिटल पेमेंट्स में मदद करेगी।

क्‍या है UPI?
UPI एक प्‍लेटफॉर्म है, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक असोसिएशन के साथ मिलकर डेवलप किया है। इसमें यूजर्स के पास एक यूनिक UPI ID होती है, जिसका इस्‍तेमाल करके पेमेंट किया जा सकता है और हासिल किया जा सकता है। 2016 में इसकी शुरुआत हुई थी। आज यह पेमेंट के टॉप ऑप्‍शंस में से एक बन गया है। UPI प्लेटफॉर्म ने पिछले महीने फरवरी में 8.26 लाख करोड़ रुपये के 4.52 अरब ट्रांजैक्‍शन रजिस्‍टर किए थे।

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