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महाशिवरात्रि पर भूल से भी न करें ये काम, वर्ना भगवान शिव हो जाएंगे नाराज

आज महाशिवरात्रि का पर्व पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। ऐसा मन जाता है कि इस दिन भोलेनाथ की आराधना से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और व्यक्ति को सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।इस दिन भगवान् शिव अपने भक्तों की अरदास सुनने धरती लोक पर आते हैं। कई ग्रंथों में वर्णन मिलता है कि इसी दिन रात्रि में शिव जी का विवाह भी हुआ था। इसलिए दुनियाभर में महाशिवरात्रि की पूरी रात चार प्रहर की पूजा की जाती है। ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव ने धरती को नष्ट होने से बचाया था इसलिए इस पर्व को ‘शिव की महान रात्रि’ के रूप में भी जाना जाता है। भगवान शिव जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही जल्दी नाराज भी हो जाते हैं। इसलिए शिवरात्रि के दिन भूलकर भी ये 10 काम ना करें।महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए। साथ ही बिना नहाएं इस दिन कुछ भी ना खाएं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन देर तक सोने वाले लोगों से शिव जी नाराज हो जाते हैं।शिवरात्रि के दिन काले रंग के कपड़ों को पहनना अशुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें। भूलकर भी भगवान शिव को चंपा और केतकी के फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि भगवान शिव ने इन फूलों को शापित किया था। भगवान शिव की आराधना में भूलकर भी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाए जाने चाहिए। अक्षत का मतलब होता है अटूट चावल, यह पूर्णता का प्रतीक है। इसल‌िए श‌िव जी को अक्षत चढ़ाते समय यह देख लें क‌ि चावल टूटे हुए ना हों। शिवलिंग पर अभिषेक हमेशा ऐसे पात्र से करना चाहिए जो सोना, चांदी या कांसे का बना हो। अभिषेक के लिए कभी भी स्टील, प्लास्टिक के बर्तनों का प्रयोग ना करें।शिवरात्रि पर बेर जरूर अर्पित करें क्योंकि बेर को चिरकाल का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को ग्रहण करने से जीवन में दुर्भाग्य आता है। इसलिए शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद को ग्रहण ना करें।शिवरात्रि के दिन भूलकर भी चावल, गेंहू आदि चीजों का सेवन ना करें। बल्कि इस दिन सभी लोगों को फल, दूध, चाय, कॉफी का ही सेवन करना चाहिए। शिवलिंग पर कभी भी तुलसी की पत्ती नहीं चढ़ाना चाहिए। शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से पहले यह ध्यान रखें कि पाश्चुरीकृत या पैकेट का दूध इस्तेमाल ना करें और शिवलिंग पर ठंडा दूध ही चढ़ाएं।महाशिवरात्रि पर रात्रि जागरण करने का बहुत महत्व होता है। इसलिए इस दिन लोग सोने के बजाए जागरण करें। जागरण में रातभर भगवान शिव के भजन गाएं और आरती करें।

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