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प्याज की कीमतें बढ़ी, ये पड़ोसी देश पूरी करेगा खपत

प्याज का खुदरा मूल्य सेब को भी मात देने लगा हैं। बाजार में अब सेब 50 से 60  रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है तो वहीं, प्याज 60 से 70 रुपये प्रति किलो तक बेचा जा रहा हैं। औसत क्वालिटी के सेब 30 से 40 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक रहा है। सीजनल सेब का मूल्य 30 से 40 रुपये प्रति किलो है। जबकि बढ़िया क्वालिटी के सेब अब भी 100 रुपये प्रति किलो है के हिसाब से बिक रहा है।

प्याज की बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने चीन, मिस्र और रूस से प्याज आयात करने का फैसला किया है। सरकारी एजेंसी नैफेड द्वारा रोजाना 400-500 टन प्याज बाजार में भेजा जा रहा है।

अफगानिस्तान से प्याज का आयात कर दिया शुरू 

प्याज व्यापारियों ने अफगानिस्तान से प्याज का आयात शुरू कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि अटारी बॉर्डर के रास्ते अफगानिस्तान से मंगलवार को 4 ट्रक प्याज आएगा।

प्याज की खुदरा कीमतें बढ़ रही तेजी से

MMTC के एक एग्जिक्यूटिव ने कहा, ‘पूर्ती गिर जाने की वजह से प्याज की खुदरा कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। लगातार प्याज के आयात की संभावनाएं खोजी जा रही हैं।’ उन्होंने कहा कि दुबई और सिंगापुर की ट्रेडिंग कंपनियां प्याज के आयात के टेंडर को लेकर बोली लगा सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसा बताया गया है कि चीन, मिस्र और रूस से आयात कम दाम वाला और श्रेष्ठ होगा।’

 स्टॉकिस्ट धीरे-धीरे अपना स्टॉक कर रहें रिलीज

व्यापारियों ने बताया है कि किसान और स्टॉकिस्ट धीरे-धीरे अपना स्टॉक रिलीज कर रहे हैं। महाराष्ट्र और कर्नाटक में भारी बारिश से प्याज की नई फसल आने में देरी हुई है। आजादपुर मंडी में पीएम अनियन ट्रेडिंग कंपनी के मोतीलाल ने कहा, ‘थोक मंडी में प्याज 40 रुपये प्रति किलो बेजा जा रहा है।रोजाना 20-25 टन के 50-60 ट्रक आ रहे हैं। यदि मौसम में कोई गड़बड़ी न हो तो हमें इसे बढ़ाने की और उम्मीद है।’

16,000 टन प्याज निकाला जा चुका

वहीँ नासिक में लासलगांव के एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमिटी में प्याज का भाव 36 रुपये किलो था। राज्यों को केंद्रीय बफर स्टॉक से प्याज लेकर अपने यहां इसकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गये है। मौजूदा समय में केंद्र सरकार के पास 56,000 टन प्याज का बफर स्टॉक है। इसमें से 16,000 टन प्याज निकाला जा चुका है।

 

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