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उत्तराखंड में घटते वन, जल स्रोत और नदियां चिंता का विषय – त्रिवेंद्र सिंह रावत

होम स्टे योजना, पिरूल से बायोफ्यूल, गुलाब का इत्र, गुलाब की खेती, भांग उत्पादन से स्वरोजगार बढ़ा

उत्तराखंड में कम होती जा रही वन सम्पदा और पानी की कमी के कारण पर्वती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को कई कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं से उबरने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से अपील की है।

मुख्यमंत्री ने राज्य में घटती वन सम्पदा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ” वन सम्पदा कम होने से जल स्रोतों पर प्रत्यक्ष रूप से प्रभाव पड़ रहा है, जिससे जन जीवन भी निरंतर प्रभावित हो रहा है। पानी के घटते स्रोतों और नदियों के कम होते जल स्तर भी चिंता का विषय हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार वृक्षारोपण के क्षेत्र में रिकॉर्ड स्तर पर कार्य करने की कार्ययोजना तैयार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि जुलाई माह में वृहद स्तर पर प्रदेश सरकार की ओर से पौधारोपण किए जाएंगे। इसके अलावा लोगों को भी स्वैच्छिक रूप से पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने पहाड़ों में कम हो रहे पानी की कमी को पूरा करने औऱ अन्य स्वरोजगार के कार्यक्रमों के लिए मनरेगा योजना को अहम बताया। सीएम ने कहा कि मनरेगा से ग्रामीण क्षेत्रों की तमाम समस्याओं का निस्तारण सम्भव है। पहाड़ों में होम स्टे योजना, पिरूल से बायोफ्यूल, गुलाब का इत्र, गुलाब की खेती, भांग उत्पादन से स्वरोजगार को बढ़ावा मिल रहा है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यमकेश्वर ब्लॉक के तल्ला बनास गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के जीर्णोद्वार कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विद्यालय परिसर व कक्षों का निरीक्षण भी किया। श्रीमद्भागवत महापुराण व भंडारा समिति तल्ला बनास की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रावत ने लोगों को जल संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास करने व आस-पास अधिक से अधिक पौधारोपण करने का अपील की।

” पहाड़ी क्षेत्रों की कई समस्याओं का निस्तारण एकजुटता के साथ किया जा सकता है। सभी लोगों को सामूहिक रूप से प्रयास करने की ज़रूरत है। टेली मेडिसिन सेवा बैलून टैक्नोलॉजी के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। चमोली के घेस गांव में लोगों के सार्थक प्रयास से मटर की उत्कृष्ट खेती को आज डिजिटल इंडिया की उपलब्धियों में शामिल किया गया है।”  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे बताया।

कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने हिल मेल फाउंडेशन की ओर से युवाओं को दी जा रही सेना भर्ती प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुआयना भी किया।

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