उत्तराखंड

बायोनोकूलर क्लब: मां गंगा को समर्पित गीत ‘मां गंगा ओ मेरी मां’

बायोनोकूलर क्लब: मां गंगा को समर्पित गीत ‘मां गंगा ओ मेरी मां’

देहरादून। हर गांव में गंगा है। हर गांव का मोती है। नमामि गंगे। मां गंगा ओ मेरी मां। तेरे किनारे बसा घर मेरा, जीवन देता दुख हर लेता जल तेरा… युगों—युगों से अपने पवित्र जल द्वारा इस संसार और इसके लोगों का पोषण और संरक्षण करने वाली मां को समर्पित गीत के गीतकार हैं डॉ. सुयश बिजलवाण।

गंगा को समय—समय पर लोगों ने अपने दृष्टिकोण से देखा है, मां गंगा के प्रति प्रेम को प्रदर्शित करने का सबका अपना तरीका रहा है। आज के युवा भी गीतों के माध्यम से गंगा महिमा को गा रहें हैं। जिनका उद्देश्य गंगा की स्वच्छता व निर्मलता को बनाए रखने के लिए लोगों को जागरुक करना है।

उन्होंने बायोनोकूलर क्लब और वेहेमेंस पिक्चर्स की ओर से मां गंगा की स्वच्छता के प्रति जागरूता के लिए वीडियो गीत तैयार किया है, इसका निर्देशन संजीव और सौम्यदीप ने किया हैै। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने इस गीत को जारी किया।

गीतकार डॉ. सुयश बिजलवाण ने बताया कि इस गीत को बनाने में छह से सात महीने का समय लगा। उनका उद्देश्य नमामि गंगे के तहत गंगा की स्वच्छता व निर्मलता बनाए रखने के लिए लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास है कि लोग गंगा को मां के रूप में ही मानें।

उन्होंने कहा कि इस गीत की प्रेरणा उन्हें गढ़वाल विश्वविद्यालय से मिली। वहां के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से उन्हें सहयोग मिला है। इस गीत पर गौमुख से देवप्रयाग, हरिद्वार हरकी पैड़ी तक के दृश्य फिल्माए गए हैं।

देखें वीडियो…

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