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GIS में बोले पीएम मोदी- अजब, गजब और सजग है मध्यप्रदेश

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बुधवार को मप्र के इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) का शुभारंभ किया। दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन इंदौर के ब्रिलियंट क्नेंशन सेंटर में हो रहा है। पीएम मोदी ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया।

पीएम मोदी ने कहा कि वर्ल्ड बैंक का मानना है कि भारत के पास अन्य देशों के मुकाबले आर्थिक चुनौतियों से निपटने की क्षमता बहुत अधिक है। जी-20 ग्रुप में इस साल भारत सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था होगी।

एमपी अजब, गजब और सजग

मोदी ने आगे कहा, “मप्र इन्वेस्टर समिट के लिए आप सभी निवेशकों और उद्यमियों का स्वागत है। विकसित भारत के निर्माण में मध्य प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण है। कृषि से लेकर शिक्षा से लेकर सभी क्षेत्रों में एमपी अजब है, गजब और सजग भी है।

इन्वेस्टर समिट ऐसे समय में हो रही है जब भारत का अमृत काल शुरू हो चुका है। हम सभी विकसित भारत के लिए जुटे हुए हैं। हम जब विकसित भारत की बात कर रहे हैं तो यह हमारा ही नहीं सभी भारतीयों का संकल्प है।”

डिफेंस, माइनिंग को प्राइवेट क्षेत्रों के लिए खोला

मोदी ने अपने संबोधन में ये भी कहा कि हमने कॉर्पोरेट टैक्स और अन्य कई परेशानियों को व्यवसाय से हटाया है। हमने डिफेंस, माइनिंग और स्पेस जैसे कई क्षेत्रों को प्राइवेट क्षेत्रों के लिए खोल दिया है। कंप्लायंस के बोझ को कम किया गया है। 44 हजार कंप्लायंस को हटाया जा चुका है। हाल ही में नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया गया है। इससे मध्य प्रदेश भी जुड़ा है।

IMF ने की भारत की तारीफ

पीएम ने आगे कहा कि आईएमएफ भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है। विश्व बैंक का कहना है कि भारत कई अन्य देशों की तुलना में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है।

यह भारत के मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल के कारण है। OECD ने कहा है कि भारत इस साल जी-20 समूहों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, भारत अगले 4-5 वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।

डेटा के इस्तेमाल, आईटी में नंबर-1 भारत

मोदी ने कहा कि भारत मोबाइल डेटा के उपयोग करने में नंबन वन है। आईटी में नंबर वन है। भारत देश का तीसरा ऑटो मार्केट है। भारत के डिजिटल इंफ्रा के लिए हर कोई विश्वास से भरा हुआ है। भारत एक तरफ गांव-गांव तक ऑप्टीकल फाइबर नेटवर्क पहुंचा रहा है। वह तेजी से 5 जी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। हर व्यक्ति के लिए इंटरनेट आफ थिंग्स और एआइ जो भी इंफ्रा बन रहे हैं वह भारत को गति देंगे। यह सब कोशिश भारत को ताकत देंगे।

देश-विदेश के निवेशक होंगे शामिल

11 और 12 जनवरी को होने वाले इस समिट में 84 देशों के 447 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा, इसमें सभी जी-20 के प्रतिनिधि, 5 हजार से ज्यादा उद्योगपति और प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

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