राष्ट्रीय

देश के 8 राज्यों में NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी, वेस्ट यूपी में ATS की रेड

लखनऊ। देश के कई राज्यों में पीएफआई के तमाम ठिकानों पर NIA की छापेमारी चल रही है। असम, कर्नाटक, महाराष्ट्र और दिल्ली समेत कई राज्यों में PFI के कार्यकर्ताओं के घर पर पुलिस की छापेमारी चल रही है। जहां अब तक 247 लोग पुलिस की गिरफ्त में लिए जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में अब तक 57 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जबकि कर्नाटक में 72, असम में 20, राजधानी दिल्ली में 32 को, महाराष्ट्र में 43 को, गुजरात में 15 और एमपी में 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा देश के अलग-अलग राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर NIA कार्रवाई लगातार जारी है। जहां धरपकड़ के बाद हिरासत में लिए गए संदिग्धों की संख्या में अभी और बढ़ सकती है।

मंगलवार को उप्र के 26 जिलों में छापेमारी कर 57 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसकी जानकारी यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने दी।उन्होंने बताया कि पीएफआई एवं उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर कारित हिंसा एवं संगठन के सदस्यों की बढ़ती राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश जनपदीय पुलिस, एसटीएफ व एटीएस ने प्रदेश के 26 जनपदों में पीएफआई के सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की है। जिसमें 57 व्यक्ति हिरासत में लिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश में STF, ATS और जिले की पुलिस टीम ने मिलकर प्रदेश भर में PFI के कई ठिकानों पर छापेमारी की। अलग-अलग जिलों से 57 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। मेरठ के लिसाड़ीगेट, सरूरपुर में छापेमारी के दौरान 3 संदिग्ध गिरफ्तार कर लिया गया। बुलंदशहर के स्याना से आतंकी सरपरस्ती के शक में एक संदिग्ध को सुरक्षा एजेंसियों ने दबोचा है। गिरफ्तार किए गए इन सभी संदिग्धों से पूछताछ चल रही है।

पीएफआई के नेटवर्क को ध्वस्त कर देंगे: डिप्टी सीएम
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हम पूरे प्रदेश में पीएफआई के नेटवर्क को ध्वस्त कर देंगे। प्रदेश में कोई भी गैर कानूनी गतिविधि नहीं होने देंगे।
क्या है? PFI
पॉपुलर फ्रट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई का गठन 17 फरवरी 2007 को हुआ था। ये संगठन दक्षिण भारत में तीन मुस्लिम संगठनों का विलय करके बना था। इनमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिथा नीति पसराई शामिल थे।

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