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पेट्रोल-डीजल के बाद अब खाद्य सामग्रियों के बढ़ते भाव ने बिगाड़ा रसोई का बजट

पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के बाद अब सब्ज़ियों ने भी अपना भाव बढ़ा दिया है। महंगाई की मार और आसमान छूते दामों की वजह से अब घर बजट भी बिगड़ता जा रहा है। गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है और इस समय सब्जियों की कीमत ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है. कई चीजों के भाव आसमान छूने के साथ अब सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी ने आम आदमी की परेशानी बढ़ा दी है.

हरी सब्जियां सबसे महंगी

इन दिनों सब्जी मंडी में लगभग सभी हरी सब्जियों के दाम दो गुना से अधिक हो गए हैं. दुकानों पर सब्जियां पहले की तरह ढेर में नहीं दिख रही हैं. महंगी सब्जी होने से भोजन की थाली का जायका बिगड़ गया है. दिल्ली में पालक की कीमत 40 रुपये प्रति किलो से अधिक है. वहीं भिंडी, परवल, लौकी और भिंडी के दाम बेतहाशा बढ़े हैं. गर्मियों में अगर शिकंजी पीने का शौक रखते हैं तो बता दें कि कई जगह सिर्फ एक नींबू 10 रुपये में मिल रहा है.

देश के कई शहरों में आसमान छू रहे दाम

दिल्ली और पश्चिम बंगाल समेत देश के कई प्रदेशों की मंडियों में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. हालांकि कुछ जगहों पर सब्जियों की आवक कम होने को इसकी वजह माना जा रहा है.

मंडी में आ रहे लोगों का कहना है कि स्वस्थ रहने के लिए चिकित्सक भी हरी सब्जियों के सेवन पर जोर देते हैं. बढ़ी हुई कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है.

सब्जी- पहले-अब (प्रति किलो रेट)

नींबू, 200-250

भिंडी, 100-120

परवल, 120-130

बंद गोभी, 40-60

लौकी, 50-60

अदरक, 60-70

गाजर, 40-50

प्याज, 25-30

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