Main Slideराजनीतिराष्ट्रीय

मानसून सत्र में विपक्ष के हंगामें के बाद सोमवार तक लोकसभा की कार्यवाही स्थगित

नई दिल्ली: नई दिल्ली, एजेंसियां। संसद के मानसून सत्र का दूसरा सप्ताह आज खत्म हो जाएगा लेकिन कामकाज सुचारु होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। संसद के दोनों सदनों को मिलाकर पिछले आठ दिनों में बमुश्किल नौ घंटे का कामकाज हुआ है। शुक्रवार को भी विपक्षी नेता पेगासस, कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों पर संसद में विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शनों के बीच सोमवार यानी 2 अगस्त को सुबह 11 बजे तक के लिए लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है।

– पेगासस जासूसी विवाद, कृषि कानून और ईंधन के दामों में वृद्धि को लेकर विपक्षी सांसद विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी के चलते सोमवार यानी 2 अगस्त को सुबह 11 बजे तक के लिए लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है।

– शिरोमणि अकाली दल (शिअद), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने संसद के बाहर धरना दिया और केंद्र से तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने का आग्रह किया है। संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहीं एसएडी नेता हरसिमरत कौर ने कहा कि हम कल राष्ट्रपति से मिलेंगे। वहीं, कांग्रेस सांसद जेएस गिल ने कहा कि हम यहां किसानों के समर्थन में खड़े हैं।

लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार को तीसरी बार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी, क्योंकि विपक्षी सदस्यों ने पेगासस और अन्य मुद्दों पर अपना विरोध जारी रखा था। दोपहर 12.30 बजे जब सदन की बैठक हुई, तो कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे राजेंद्र अग्रवाल ने मंत्रियों द्वारा रखे जाने वाले कागजात लिए। विरोध जारी रहने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले दिन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कुछ विपक्षी सदस्यों के अभद्र व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की थी। ओम बिरला ने सदन में हंगामा करने वाले सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मुझे सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सदन के कुछ सदस्य ऐसी घटनाओं को दोहरा रहे हैं जो संसद के नियमों के विरुद्ध हैं।

बता दें कि बुधवार को जब सदन में कागजात रखे जा रहे थे, कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला, टीएन प्रतापन, हिबी ईडन और कुछ अन्य लोगों ने दिन के व्यावसायिक कागजात के साथ-साथ कागज के टुकड़े और तख्तियां भी कुर्सी पर फेंक दी थीं। फटे हुए तख्ती का एक टुकड़ा अध्यक्ष की मेज के ठीक ऊपर प्रेस गैलरी में जा गिरा। जब विपक्ष ने पेगासस जासूसी विवाद और तीन कृषि विधेयकों पर अपना विरोध जारी रखा, तो बिड़ला ने सदन को 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था।

पिछले दिनों संसद में भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021 और अंतर्देशीय पोत विधेयक, 2021 लोकसभा में बिना बहस के पारित हो गए। राज्यसभा की बात करें तो फैक्टरिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2021 भी उच्च सदन में पारित हो गया।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close