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भारत के 15 सबसे खतरनाक गैंगस्टर, पहले वाले के नाम से फिल्म स्टार्स भी कांप उठते हैं

1970 से भारत में गैंगस्टर कल्चर अपने चरम पर था। उस वक्त मुंबई में पनप रहे थे जुर्म की दुनिया के सबसे बड़े नाम। इन सबकी शुरूवात छोटी-मोटी चोरियों से हुी थी। जैसे ब्लैक में टिकट बेचना लेकिन धीरे-धीरे इनके इरादे बड़े होते गए और ये बन गए मुंबई अंडरवर्ल्ड के बेताज बादशाह। ऐसे में बहुत सी चीजें आपको इन गैंगस्टर्स के बारे में नहीं पता होंगी। तो चलिए जानते हैं इन गैंगस्टर्स के बारे में-
गैंगस्टर1. दाऊद इब्राहिम-
भारतीय हैं तो दाऊद इब्राहिम का नाम जरूर सुना होगा। D-Comapany शुरू होने के बाद अंडरवर्ल्ड की दुनिया में दाऊद का नाम सबसे खतरनाक मुजरिमों में तीसरे नंबर पर आता है। दाऊद अल्कायदा तक है और पाकिस्तान की खूफिया एजंसी इसकी मदद कर रही है जिसकी वजह से आजतक वो किसी के हाथ में नहीं आया। 2008 में मुंबई धमाके में भी उन्हीं का हाथ था।

2. अबू सलीम-
कहा जाता है कि इसी ने संजय दत्त को हथियार दिये थे। अबु सलीम का नाम बॉलिवुड की गलियों में दबे मन से लिया जाता है क्योंकि सलीम बॉलिवुड से पैसे लेने में उस्ताद हैं। सुनने में आता है की अबु सलीम ने ही मनीषा कौयराला के पर्सनल असिसटेंट और T-Series के मालिक गुलशन कुमार का कत्ल किया था। इसकी तरफ से कत्ल किए गए स्टार्स की लिस्ट में और भी लोगों के नाम होंगे। इसके पिता वकील थे और इसने भी डिलिवरी बॉय का काम किया है। इतना ही नहीं इसने रियल इस्टेट का काम भी किया है। लेकिन बाद में इसका सामना दाउद इब्राहिम से हुआ और ये बन गया दाउद का राइट हैंड। ये दाउद के लिए हथियारों की डिलिवरी का काम किया करते थे।

3. टाईगर मेमन-
इस खतरनाक गैंगस्टर का नाम टाइगर इसलिए पड़ा क्योंकि एक बार पुलिस इसका पीछा कर रही थी और ये गाड़ी बहुत तेज भगा रहा था और पुलि टाइगर को पकड़ नहीं पाई। तभी से इसका नाम टाइगर पड़ गया। 1993 में मुंबई में हुए बम धमाके में टाइगर मेमन अगम मुल्जिम हैं। 1989 में इनके घर पर कस्टम ऑफिसर्स ने रेड मारी जहां पर 8 सोने के बिस्केट मिले। इससे पहले की ऑफिसर्स उसे अपने गिरफ्त में ले पाते की उसने फिल्मी अंदाज में कहा कि मेरा नाम टाइगर मेमन है और गलती से भी मेरा नाम लेना मत। इसके बाद टाइगर ने अपना सर उस ऑफिसर के नाक पर दे मारा और वहां से भाग गया।

4. छोटा राजन-
छोटा राजन दाउद का पुराना साथी था और उसका लेफ्ट हैंड था। लेकिन 1988 में छोटा राजन मुल्क छोड़ कर चला गया और तभी से दोनों में 36 का आंकड़ा हो गया। इनके अलग होने के बाद दोनों दलों में घमासान फायरिंग भी हुई थी। इतना ही नहीं बैंकोक के एक होटल में दाउद ने छोटा राजन के एक आदमी को होटल में धोखे से बुलाया और उसको उस वक्त तक टॉर्चर किया जबतक उसकी मौत नहीं हो गई। फिर 2002 में दाउद ने बदला लेने के लिए छोटा राजन को खत्म करने की ठानी लेकिन छोटा राजन एक कदम आगे निकला। उसने दाउद के करीबी शिराज शेट्टी को खत्म कर दिया जिससे दाउद को बड़ा झटका लगा।

5. बड़ा राजन-
इसने भी फिल्मों के टिकट ब्लैक करके खूब पैसा बनाया। बाद में बड़ा राजन भी दाउद की गैंग में शामिल हो गया। दरअसल बड़ा राजन ने दाउद को मुंबई को डॉन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। एक बार मुंबई लोकल में सफर करते हुए बड़ा राजन पर चाकू से हमला किया गया लेकिन वो वहा से बच निकला। फिर बाद में एक ऑटो ड्राइवर चंद्रशेखर ने बड़ा राजन की 50 लाख की सुपारी लेकर कत्ल कर दिया। 1991 की मलियालम फिल्म बड़ा राजन की जिंदगी पर बनी है।

6. हाजी मस्तान-
इसने सिर्फ फिल्म मेकर ही नहीं बल्कि हिंदुस्तान के खौफनाक गैंगस्टर भी थे। 20 साल तक हाजी मस्तान ने मुंबई पर राज किया लेकिन उनकी कभी किसी से लड़ाई नहीं हुई। बॉलिवुड फिल्मों के शौकीन हाजी मस्तान ने स्मगलिंग का पैसा फिल्में बनाने में भी लगाया था। जाहिर है उनकी दोस्ती बॉलिवुड के बड़े-बड़े स्टारों से भी हो गई थी। 1975 की फिल्म दीवार और once upon a time in mumbai इनकी जिंदगी से इंस्पायरड हैं।

7. रवि पुजारी-
हाल ही में खबर थी कि रवि पुजारी शाहरुख खान की फिल्म हैप्पी न्यू इयर ओवरसीज राइट्स लेना चाह रहे थे। पुजारी एक ऐसे चालाक गैंगस्टर हैं जो किसी की नजरों में नहीं आते। इनकी ज्यादा जानकारी किसी के पास नहीं है। एक वक्त था जब पुजारी छोटा राजन के लिए काम किया करता था। इतना ही नहीं एक वक्त के लिए खबर ये भी थी कि रवि पुजारी ने अपने आदमियों को महेश भट्ट का कत्ल करने का आदेश भी दिया था। इतना ही नहीं शहारुख के ऑफिस और फराह खान के घर के बाहर फायरिंग कराने का हुक्म भी दिया था।

8.वरदराजन मुदालियर-
वरदाराजन खौफनाक गैंगस्टर्स में से एक माना जाता है। इसने कुली के तौर पर अपने जिंदगी की शुरूवात की थी। बाद में हाजी मस्तान के साथ मिलकर सामान चुराने का काम करने लग गए। फिर क्या था जुर्म की दुनिया में धसता चला गया। जमीन खाली कराने से लेकर स्मगलिंग तक सभी में वरदाराजन का हाथ था। एक दिलचस्प बात ये है कि ये गरीबों की बहुत मदद करता था। इसलिए बस्तियों में रहने वाले लोग उसे भगवान से कम नहीं मानते थे। बाद में वाई सी पवार मुंबई का एक अधिकारी जिससे वो खौफ खाता था बाद में वो वहां से चेन्नई चला गया जहां उसकी मौत हो गई।

9. करीम लाला-
ये वो शख्स है जिसने इंडियन माफिया की शुरूवात की थी। बात करें तो करीम लाला ता मुंबई का असली डॉन। अफगानिस्तान में पैदा हुए करीम लाला से लोग थर-थर कांपते थे, लेकिन लाला गरीबों की बहुत मदद किया करते थे। करीम लाला भत्ताखोरी, जुए और हीरे जवाहरात की स्मगलिंग के लिए मशहूर थे।

10. अरुण गवली-
अरुन गावली पहले ऐसे माफिया हैं जिसने सियासत में भी कदम रखा। अपनी पार्टी ऑल इंडिया की आड में गावली ने लोगों को अगवा किया, उन्हें टॉर्चर किया, उनसे पैसे लिए और फिर उन्हें खत्म कर दिया। वक्त-वक्त पर पुलिस उसके घर और ऑफिस पर भी छापा मार कर उसे गिरफ्तार कर लेती लेकिन बाद में वो छूट जाता था। आखिरकार 2002 में पुलिस ने उसे कत्ल के केस में गिरफ्तार किया और उम्रकैद की सजा हुई।

11.अली बुदेश-
एक ऐसा गैंगस्टर जिसने एक जेब कतरे के तौर पर शुरूवात की लेकिन बहुत ही जल्द वो सबसे ज्यादा हफ्ता वसूलने वाले किंग बन गए। कहा जाता है जो लोग बुदेश को हफ्ता देने से मना कर देते थे उनका जालिमाना तरीके से कत्ल कर दिया जाता था। बुदेश ने हीरे के व्यापारियों से लेकर फिल्म के बड़े-बड़े स्टार्स से भी हफ्ता मांगा हुआ है।

12. छोटा शकील-
छोटा शकील दाऊद का करीबी माना जाता है। छोटा शकील का सिर्फ नाम ही छोटा है क्योंकि ये अपने बड़े-बड़े कामों की वजह से जाना जाता है। एक बार पुलिस अफ्सर ने शकील को स्मगलिंग के केस में पकड़ लिया लेकिन इसने समंदर में छलांग लगा दी और बच गए। भागने के बाद वो अपने आदमियों के साथ उस पुलिस अफ्सर के पास फिर गया और उसका सामान वापस करने का हुक्म दिया।

13. शेराज सेट्टी-
ये दाउद के लिए उनके क्रिकेट बेटिंग का धंधा चलाता था। शेराज शेट्टी का कत्ल छोटा राजन के आदमी ने किया था जिसके लिए उसे 1 करोड़ रुपए मिला था। बाद में उसे पकड़ कर जेल भेज दिया गया था।

14.शब्बीर इब्राहिम कास्कर-
ये दाऊद इब्राहिम के बड़े भाई थे। दोनों भाइयों ने मिल कर डी-कंपनी की शुरूवात की थी। दुश्मन गैंग के हाथों दुशमन के कत्ल के बाद ऐसा खौफनाक गैंगवार चला जो तकरीबन दस साल तक चला। इस गैंगवार में 50 गैंगस्टर्स के साथ-साथ उन सबके परिवार वाले भी खत्म हो गए।

15.एजाज लकड़ावाला-
लकड़ावाला पहले दाउद के गैंग का मेंबर था लेकिन बाद में वो छोटा राजन गैंग में चला गया। दाउद और छोटा राजन गैंग की लड़ाई के बीच अफवाह थी की वो मारा गया लेकिन 2004 में उसे कनाडा में गिरफ्तार किया गया।

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