उत्तराखंड में भारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त
– सड़कों पर जगह-जगह मलबा आने से चारधाम यात्रा बाधित
– रात से लगातार हो रही दून में बारिश
देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून सहित कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। इससे गढ़वाल और कुमांऊ मंडल में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं यात्रा मार्ग पर जगह-जगह मलबा आने से चारधाम यात्रा भी बंद हो गई है। मौसम विभाग ने दून समेत राज्य के सात जिलों के लिए भारी बारिघ की चेतावनी जारी की है। पिथौरागढ़ और चमोली जिलों के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सेना सहित एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव अभियान में लगी हुई है। पिथौरागढ़ के बस्तड़ी में एसडीआरएफ और असम रेजीमेंट के जवान मलबा हटाने का कार्य कर रहे हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार देहरादून, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी व हरिद्वार जिलों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की संभावना जताई गई है। देहरादून में कल रात से ही लगातार वर्षा हो रही है। हरिद्वार में गंगा के जल में सिल्ट की मात्रा बढ़ने के कारण ऊपरी गंगा नहर व पूर्वी गंगा नहर को शीर्ष से बंद कर दिया गया है, जिससे सारा पानी गंगा नदी में छोड़ा जा सके।
वहीं कोटद्वार में भी रात से ही तेज बारिश हो रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग मलबा आने से रात में ही बंद हो गया जिसे आज सुबह खोला जा सका। दुगड्डा-धुमाकोट मार्ग, धुमाकोट-रामनगर मार्ग, नालीखाल-पोखरी मार्ग बंद पड़े हैं। पौड़ी में भी तेज बारिश होने की खबर है जिससे जनजीवन प्रभावित हो रखा है। बारिश से उत्तरकाशी में गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे बंद है। गंगोत्री होईवे पर लाटा के पास बरसाती नाले से एक ढाबा बह गया। टिहरी-चंबा-ऋषिकेश मार्ग बेमुंडा के पास मलबा आने से बंद हो गया है। बीआरओ एवं स्थानीय प्रशासन मार्ग को खोलने में जुटे हुए हैं।
उधर, कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत जिलों में रुक रुककर बारिश हो रही है। पिथौरागढ़ में थल-मुन्स्यारी मार्ग रतिगाढ़ के पास पांच घंटे बंद रहने के बाद खोल दिया गया है। टनकपुर-तवाघाट मार्ग कनालीछीना के पास अब भी बंद है। सितारगंज में बारिश से क्षेत्र की तीनों नदियां कैलाश, बैगुल और सूखी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से शारदा घाट को खाली कराया जा रहा है। चम्पावत जिले के टनकपुर में किराड़ा नाले ने भयंकर रूप ले लिया है जिससे पूर्णागिरी रोड पर आवाजही ठप हो गई है।