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चमत्‍कारी मंदिर : बड़ी–बड़ी मशीनों से नहीं हिला सकें बजरंग बली की प्रतिमा, खराब होती गईं मशीनें

शाहजहाँपुर। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे जिसे तोड़ने की सारी कोशिशें बेकार हो गईं लेकिन प्रतिमा को कोई उखाड़ तक नहीं सका। नेशनल हाईवे 24 पर इस वक्त फोरलेन बनाने का काम चल रहा है।

रोड के बीच एक बजरंगबली का मंदिर आ गया तो कंपनी के लोगों ने इसे तोड़ने की कोशिश की। तोड़ने के दौरान मशीनें मंगवाई भी गई तो कभी मशीन खराब हो जाती थी तो कभी जनरेटर खराब हो जाता था।

इसके बाद स्थानीय लोगों की इस मंदिर के प्रति आस्था और भी ज्यादा बढ़ गई है। फिलहाल अभी मंदिर तोड़ने का काम रोक दिया गया है। वहीं, मंदिर तोड़ने को लेकर स्थानीय लोगों मे काफी गुस्सा है।

तिलहर क्षेत्र के नेशनल हाईवे 24 के कचियानी खेड़ा के पास स्थित बजरंगबली का ये मंदिर 130 साल पुराना है। नेशनल हाईवे–24 पर फोरलेन बनाने का काम चल रहा है, लेकिन रोड बनाने के बीच में ये मंदिर आ गया। उसके बाद रोड बना रही एरा कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने इसे तोड़ने के आदेश दे दिए।

मंदिर तोड़ने का काम शुरू किया गया तो बड़ी-बड़ी मशीनें मंगवाई गईं, लेकिन जब मशीनों से मंदिर को तोड़ने का प्रयास किया तो मशीनें खराब होना शुरू हो गईं। किसी मशीन की चेन टूट गई तो कोई मशीन खराब हो जाए। कमाल की बात ये है कि मंदिर की एक ईंट भी ये भारी भरकम मशीनें तोड़ न सकी।

दूसरी जगह स्थापित कराने में भी पहले नाकाम उसके बाद कंपनी के लोगों ने मंदिर के पास एक पूजा की। मंदिर को दूसरी जगह स्थापित करने का निर्णय लिया गया तो उसके बाद ही मंदिर का लिंटर टूट सका। लेकिन जब मूर्ति को हटाने का वक्त आया तो फिर बड़ी मशीनें मंगवाई गईं। कंपनी के लोग मूर्ति खंडित करने की कोशिश करते रहे पर प्रतिमा पर जरा सी खरोंच तक नही आई। मशीनें खराब हो गई। ये देखकर आसपास के लोग मंदिर के पास पहुंच गए और मंदिर तोड़ने का विरोध करने लगे।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब मंदिर तोड़ने के पूरे प्रयास कर लिए गए और मंदिर नहीं टूटा तो इसको अब नहीं तोड़ा जाना चाहिए। इस मंदिर के प्रति हमारी आस्था और भी बढ़ गई है। मंदिर को रोड के बीच डिवाईडर पर लेकर रोड बनाना चाहिए। अगर अब मंदिर को तोड़ा गया तो हम लोग आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।

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