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गर्व से बेटी को भेजा था आस्ट्रेलिया, आई ऐसी खबर सन्न रह गया परिवार

न​ई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड की एक बेटी की ऑस्ट्रेलिया में डूबने से मौत हो गई है। नितीशा नेगी ’15 साल’ वैसे तो नितीशा परिवार के साथ दिल्ली में रहती है लेकिन वह फुटबॉल मैच खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया गई थी। मैच खत्म होने के बाद वह ऐसी जगह नहाने चली गई जहां से फिर वापस नहीं आ पाई।

बता दें कि मूल रूप से गढ़वाल की नितीशा नेगी स्कूल फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से ऑस्ट्रेलिया में मैच खेलने गई थी। वो और उसके साथी नहाते समय डेंजर जोन में चले गए। चार अन्य छात्राओं को तो बचा लिया गया लेकिन नितीशा को बचाने में लोग असफल रहे जिससे कि नितिशा की इस हादसे में मौत हो गई।

ये हादसा रविवार 10 दिसम्बर को हुआ जबकि उसका शव सोमवार को मिला। दिल्ली में रहने वाले उसके पिता अब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बेटी के शव को लाने के लिए गुहार लगा रहे हैं। हालांकि, विदेश मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक नितीशा का शव 16 दिसंबर तक भारत आ जाएगा।

बता दें कि चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बेटी की मौत की खबर लगने के बाद से परिवार में मातम छा गया है। नितीशा दिल्ली के राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय में 11वीं की छात्र थी और वह मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली थी। उनके पिता पूरन सिंह नेगी ने बताया कि नितीशा को बचपन से ही स्पोर्ट्स का जुनून था। नितीशा का पैन पैसिफिक एशियन गेम्स के फुटबॉल टीम में चयन हुआ था। वो बीती 30 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया गई थी।

मौत की खबर से शोकाकुल नितीशा का परिवार

वहीं पूरन सिंह नेगी का आरोप है कि लापरवाह टीम के अधिकारियों और कोच के कारण उनकी बेटी की मौत हुई है। अगर बच्चे समंदर किनारे गए थे तो कोच को उन्हें रोकना चाहिए थे। पूरन सिंह नेगी ने मांग की है कि इस मामले में जवाबदेही तय की जाये और जो इसके जिम्मेदार हैं उन्हें शख्त सजा दी जाए। वहीं केंद्र और दिल्ली सरकार ने आश्वासन दिया है कि नीतिशा के शव को जल्द से जल्द भारत लाया जायेगा और उसकी मौत की जांच की मांग भी की जा रही है। ​जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ ऐक्सन लिया जायेगा।

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