Main Slideउत्तराखंड

गुरु और शिष्य का रिश्ता फिर हुआ दागदार, हैवान शिक्षक ने नाबालिग छात्रा से किया रेप

 

पौड़ी (उत्तराखंड) । गुरु और शिष्य का रिश्ता समाज में सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता है। दरअसल इतिहास के पन्नों में भी इस रिश्ता को हमेशा पाक माना गया है लेकिन वर्तमान में इस रिश्ते को कुछ शिक्षक दागदार करने में लगे हुए है। ताजा मामला उत्तराखंड में देखने को मिला है जहां शादी में आई एक छात्रा के साथ उसी के स्कूल के शिक्षक ने सारी मर्यादाओं को लांघते हुए उसके साथ रेप की शर्मनाक घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद नाबालिग छात्रा काफी डर गई और सदमे में आ गई। हालांकि इसके बाद दोषी शिक्षक को कोर्ट ने पांच साल की कैद और चार हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न भरने पर दोषी को एक महीने की अतिरिक्त कैद भुगतनी पड़ेगी।

इतना ही नहीं कोर्ट ने सरकार को भी आदेश दिए कि पीडि़ता को पांच लाख रुपये का विशेष मुआवजा दे। पूरा मामला साल 2016 का बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार 14 साल छात्रा थलीसैण ब्लॉक के एक विद्यालय में कक्षा नौ में पहले पढ़ती थी। एक विवाह समारोह में भाग लेने आई थी छात्रा, उसी शादी में उसी उसी के स्कूल के शिक्षक संजय सिंह पुत्र पंचम सिंह निवासी गांव ऐंठी पट्टी चोपड़ा कोट, थलीसैण भी पहुचा था।

शादी के दौरान शिक्षक ने छात्रा के साथ हैवानियत करते हुए उसे जबरन कमरे में घसीटकर उसके साथ रेप किया। इसके बाद पीडि़त के पिता ने इस पूरे मामले में कोट पटवारी चौकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने पूरे मामले की जांच की और आरोपी को पकड़ा।

राजस्व पुलिस ने मामले की जांच करनी शुरू की और विस्तृत विवेचना के लिए मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया। पुलिस ने छात्रा के मजिस्ट्रेटी बयान, आरोपी के बयान और विभिन्न साक्ष्यों के साथ अदालत में चार्जशीट दाखिल की।

यह भी पढ़े : तो इस अभिनेता को औरतों ने ही नहीं मर्दों ने भी दिया था सेक्स का निमंत्रण

शासकीय अधिवक्ता एवं विशेष अभियोजक (पोक्सो) राकेश सामवेदी ने बताया कि अभियोजन पक्ष की ओर से अदालत में आठ गवाह पेेश किए गए। जिला एवं सत्र न्यायाधीश कंवर सेन की विशेष अदालत (पोक्सो एक्ट) ने दोनों पक्षों को सुनने और साक्ष्यों के आधार पर शिक्षक संजय सिंह को दोषी करार देते हुए पांच साल के कारावास और चार हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। इससे एक बार फिर साबित होता है कि न्याय में भले ही देरी हो लेकिन अंत में सच्चाई की जीत होती है।

 

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close