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बिहार : सुशील मोदी के जिम्मे वित्त व वाणिज्य, जानें और किसको मिला कौन सा विभाग

पटना| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपना मंत्रिमंडल विस्तार किया। नीतीश के मंत्रिमंडल में एक बार फिर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को शामिल किया गया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है।

इस मंत्रिमंडल में सिर्फ एक महिला मंजू वर्मा को शामिल किया गया है। नीतीश मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोटे से 11, जनता दल (यूनाइटेड) से 14 और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से एक विधायक और विधान पार्षद को जगह दी गई है।

बिहार में छठी बार मुख्यमंत्री पद संभालने वाले नीतीश कुमार ने शनिवार को मंत्रिमंडल विस्तार करते हुए विभागों का बंटवारा कर दिया। उपमुख्यमंत्री बने सुशील कुमार मोदी को वित्त, वाणिज्य कर और वन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

पिछली बार जब बीजेपी और जेडीयू की सरकार बनी थी तो यही विभाग सुशील मोदी के पास थी। वहीं राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को जल संसाधन और योजना विभाग दिया गया है। इनके पास महागठबंधन की सरकार में यहीं विभाग था।

जानें किसका मिला कौन सा विभाग

  • महेश्वर हजारी – भवण निर्माण विभाग
  • मंजू वर्मा – समाज कल्याण
  • कृष्ण नंदन वर्मा – शिक्षा विभाग
  • विनोद नारायण झा – पीएचईडी विभाग
  • मंत्री बिजेन्द्र यादव – ऊर्जा, उत्पाद विभाग
  • प्रेम कुमार – कृषि विभाग
  • नंद किशोर यादव – पथ निर्माण विभाग
  • श्रवण कुमार – संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास विभाग
  • रामनारायण मंडल – राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग
  • जय कुमार सिंह – उद्योग विभाग
  • प्रमोद सिंह – पर्यटन विभाग
  • कृष्ण नंदन वर्मा – शिक्षा विभाग
  • शैलेश कुमार – ग्रामीण कार्य विभाग
  • सुरेश शर्मा – नगर विकास विभाग
  • विजय कुमार सिन्हा – श्रम संसांधन विभाग
  • संतोष निराला – परिवहन विभाह
  • राणा रणधीर सिंह – सहकारिता विभाग
  • खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद – अल्पसंख्यक और गन्ना विभाग
  • विनोद कुमार सिंह – खान एवं भूतत्व
  • मदन सहनी – खाद्य एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग
  • कृष्ण कुमार ऋषि – कला एवं संस्कृति
  • कपिल देव कामत – पंचायती राज विभाग
  • दिनेश चंद्र यादव – लघु सिचांई और आपदा प्रबंधन विभाग
  • रमेश ऋषिदेव – एससी/एसटी विभाग
  • बृजकिशोर बिंद – पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा विभाग
  • पशुपति पारस – पशुपालन विभाग
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