दिवाली से पहले बुझे दीये पटाखा विस्फोट में पांच मरे
चेतगंज के पितरकुंडा इलाके में अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री बीती रात विस्फोट से मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। मलबा में दबे लोगों के निकालने में पूरी रात एनडीआरएफ टीम लगी रही। सुबह एटीएस के एसपी संतोष सिंह ने जांच शुरू कर दी है।
विस्फोट में मिले सामानों को एटीएस ने सील कर दिया है। संवेदनशील इलाका होने के कारण प्रशासन ने घटनास्थल पर बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती की है। घटना मंे गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज मंडलीय अस्पताल में चल रहा है। एसएसपी के मुताबिक भवन स्वामी फरार है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पितरकंुडा का मोहम्मद हबीब अपने घर में अवैध रूप से पटाखे की फैक्ट्री चलाता है। बीती रात पौने आठ बजे हबीब के परिजनों के अलावा किराएदार एवं उनके दो भाईयों के परिवार के करीब 17 लोग मौजूद थे। अचानक तेज धमाके के साथ घर में रखे पटाखे में विस्फोट हुआ। जिसमें शबनम, सानिया, सलमा और किरायेदार मन्तशा गंभीर रूप से घायल हो गई। गंभीर रूप से घायल शबनम को बीएचयू के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है। रात में कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, आईजी डा. संजीव गुप्त, डीएम योगेश्वर राम मिश्र एवं एसएसपी नितिन तिवारी घटना स्थल पहुंचे। देर रात तक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। क्षेत्रीय नागरिकों का आरोप है कि प्रशासन ने तुरंत मलबा हटाया होता तो शायद दबे लोगों की जान बच जाती।
जांच में मकान के अंदर से पुलिस को मात्रा में पटाखा और बारूद मिला, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। घटना की एटीएस ने भी जांच शुरू कर दी है। छानबीन में पता चला है कि घनी आबादी में अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री चल रही थी। भवन स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही थानेदार की भूमिका की भी जांच होगी।