खेल

खिलाड़ियों को दुनिया में कहीं भी खेलने का अधिकार

shakshiबेंगलुरू: राजनयिक तनाव के बीच भारत में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को खेलने की स्वीकृति देने की बहस को खत्म करने की कोशिश करते हुए ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता साक्षी मलिक ने कहा कि खिलाड़ियों के दुनिया के किसी भी कोने में अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी के खिलाफ खेलने का अधिकार है.

साक्षी ने कहा, ‘‘आज सुबह से मीडिया गलत सुर्खियां दिखा रहा है कि मैं चाहती हूं कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए. मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा.’’ उरी हमले और फिर भारत सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों के भारत में खेलने पर लगे प्रतिबंध से जुड़े सवाल पर साक्षी की प्रतिक्रिया मांगी गई थी.

साक्षी ने आगे स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ इतना कहा था कि खिलाड़ी को किसी भी दूसरे खिलाड़ी के खिलाफ दुनिया में कहीं भी खेलने का अधिकार है.

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कहा था कि खिलाड़ियों के पास सभी अधिकार हैं- जैसे कि हम खेलों में हिस्सा लें और हम अन्य खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते हैं जो अलग अलग देशों से होते हैं. मैंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भारत में खेलने की स्वीकृति देने की वकालत नहीं की थी.’’साक्षी ने कहा कि पैसा और पदक जीतने से कोई सफल नहीं होगा बल्कि देश के लिए अच्छी चीजें करने से होता है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं देश के लिए कुछ अच्छा करती हूं तो यह मेरे लिए सफलता है, पैसा मिलना और पदक जीतना मेरे लिए सफलता नहीं है.’’ साक्षी को ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद काफी इनाम मिले जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा दिये ढाई करोड़ रूपये भी शामिल हैं.

इस महिला पहलवान ने कहा कि रियो में पदक जीतने के बाद उनकी जिंदगी काफी बदल गई.

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे जीवन में काफी बदलाव आया है. पूरा देश मुझे जानने लगा है लेकिन इसके साथ मेरी जिम्मेदारी सिर्फ बढ़ी हैं.’’ साक्षी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने आगामी विश्व कुश्ती लीग की तैयारी शुरू कर दी है.

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