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वर्ष 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई रेलवे लाइन का काम

रेल लाइन 125 किलो लंबी है, इसमें 12 स्टेशन, 17 सुरंगों व 35 ब्रिज बनेंगे

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट की समीक्षा में यह तय किया गया है कि इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। सीएम ने डीएम पौड़ी, चमोली, टिहरी व रूद्रप्रयाग को निर्देश दिए है कि रेलवे व कमीश्नर गढ़वाल के साथ समन्वय बनाकर भूमि व मकान क्षतिपूर्ति व अन्य मामलों का निपटान जल्द पूरा करें।

बैठक में उन्होंने कहा, ”वर्ष 2025 से इस रूट पर रेल सेवा शुरू करने पर बल दिया गया है, इस प्रोजेक्ट से संबंधित जिलाधिकारियों व गढ़वाल कमिश्नर को भूमि मुआवजा व क्षतिपूर्ति मामलों का पारदर्शिता से जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं।”

बैठक में रेल विकास निगम लिमिटेड ने बताया कि वीरभद्र-ऋषिकेश रेल लाइन निर्माण कार्य, रोड अंडर ब्रिज, रोड ओवर ब्रिज, चन्द्रभागा के ऊपरी भाग में ब्रिज निर्माण, गुलर, कोडियाला, धारीदेवी, शिवपुरी तक अप्रोच रोड, व प्रवेश मार्ग का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। राज्य सरकार ने जियो टेक्नीकल इन्वेस्टिगेशन के लिए अनुमति दे दी गई है।

बैठक में यह तय हुआ कि रेल लाइन 125 किलो लंबी है। इसमें 12 स्टेशन, 17 सुरंगों व 35 ब्रिज बनेंगे। 16216 करोड़ रुपए की लागत की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन वित्तीय वर्ष 2024 तक शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही वीरभद्र-ऋषिकेश रेल लाइन 2019-20, न्यू ऋषिकेश-देवप्रयाग रेल लाइन 2023-24 व देवप्रयाग-कर्णप्रयाग रेल लाइन 2024-25 तक शुरू हो जाएगी।

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