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उत्तराखंड की ग्राम पंचायतों में सुधारी जाएंगी स्वच्छता और पेयजल व्यवस्था

महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ से पहले पूरी की जा रही तैयारियां

इस वर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ मनाए जाने के लिए गठित समिति से सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने आवास पर समीक्षा बैठक ली। इस सम्बन्ध में 02 मई 2018 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।

इस बैठक में ग्राम स्वच्छता, स्वराज, पेयजल, काॅपरेटिव क्षेत्रों में होने वाले कार्यों पर चर्चा की गई। बैठक में संबंधित अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण व शहरी शौचालयों के निर्माण के लिए बेसलाइन सर्वे के बाद जो घर अभी भी शौचालय विहीन हैं, उनका सर्वे किया जाए।

 स्वच्छ भारत मिशन के तहत उत्तराखंड के अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। जबकि उत्तराखंड का शहरी क्षेत्र भी लगभग खुले में शौच से मुक्त हो गया है।

इसके साथ ही राज्य अपने वित्तीय संसाधनों से व मनरेगा के तहत स्वच्छता अभियान में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि सामुदायिक शौचालयों के लिए विधायक निधि से भी विधायक कार्य करा सकते हैं। जिन स्कूलों में अभी तक शौचालय व पेयजल की व्यवस्था पूरी नहीं पाई है, शिक्षा विभाग से उनकी सूची ली जाए।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जल आपूर्ति के लिए राज्य में दीर्घकालिक योजनाओं पर गम्भीरता से विचार करना जरूरी है। सरकारी भवनों, स्कूलों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करनी चाहिए।

उत्तराखंड सरकार की विशेष बैठक में वित्त मंत्री प्रकाश पंत, अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव पेयजल अरविन्द सिंह ह्यांकी उपस्थित थे।

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