स्वास्थ्यMain Slideजीवनशैली

रात में सोने से पहले कभी ना खाएं ये चीजें, खाईं तो नहीं आएगी नींद

रात का खाना हल्का और आसानी से पचने वाला होना चाहिए। ज्‍यादा वसा और प्रोटीन वाले भोजन को पचने में काफी समय लगता है और शरीर को भी इसे पचाने में ज्‍यादा मेहनत करनी पड़ती है। नतीजतन इससे हमारी नींद प्रभावित होती है।

अगर आप डिनर में पिज्जा खाने की प्लानिंग कर रहे हों तो इस आइडिया को भूल ही जाएं तो अच्‍छा है क्योंकि रात में पिज्जा खाने के बाद गहरी नींद नहीं आती है। कुछ खाद्य पदार्थों को खाने से अच्छी नींद आती है जबकि कई खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जो पूरी तरह से हमारी नींद खराब कर देते हैं।

हैंड सैनिटाइजर ऐसे करता है कीटाणुओं का सफाया, ज्यादा यूज भी खतरनाक

कॉफी : लोग जागते रहने और खुद को एलर्ट रखने के लिए कॉफी पीते हैं। कॉफी में कैफीन होता है जो एक कॉमन स्टीमुलेंट है। यह ज्यादातर कार्बोनेटेड पेय पदार्थों में पाया जाता है। कैफीन या कॉफी पीने के कई घंटे बाद भी हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम को उत्तेजित रहता है। कैफीन के प्रति संवेदनशील लोग रात को सोने से पहले कॉफी पीते हैं तो उन्‍हें ठीक से नींद नहीं आती हैं। कैफीन का स्टीमुलेटिंग इफेक्ट खत्म होने में 8 घंटे से भी ज्यादा का समय लगता है। लंच से पहले भी कॉफी पीने से परहेज करना चाहिए। डाइट सोडा और अन्य एनर्जी ड्रिंक में भी कैफीन होता है इसलिए इसे शाम के समय नहीं पीना चाहिए।

हाई प्रोटीन और वसा युक्त भोजन : कुछ खाद्य पदार्थ पचने में आसान होते हैं लेकिन अधिक वसा और प्रोटीन युक्त भोजन पचने में काफी वक्‍त लगता है। हालांकि कुछ खाने वाले पदार्थों को खाने से काफी समय तक भूख ही नहीं लगती है। रिसर्च के अनुसार रात में सोने से पहले अधिक प्रोटीन युक्त भोजन करने से हमारी नींद खराब होती है। अधिक प्रोटीनयुक्त भोजन में कम मात्रा में ट्रिप्टोफैन एमीनो एसिड पाया जाता है जो सेरोटोनिन का प्रीकर्सर होता है। अन्य बड़े एमीनो एसिड में ट्रिप्टोफैन के कम अनुपात के कारण सेरोटोनिन की मात्रा बढ़ती है जिससे शरीर शांत रहता है।

एसिड फूड : अगर सोने से पहले आप एसिडिक और स्पाइसी खाना खाते हैं तो आपकी नींद तो प्रभावित होती ही है, रात में आपको बेचैनी भी महसूस हो सकती है। लगभग 10 प्रतिशत युवा एसिडिटी की समस्या से ग्रस्‍त हैं, लेकिन उन्हें इस बारे में सही जानकारी नहीं है। एसिड रिफ्लक्स के सामान्य लक्षण गले से खट्टी डकारें आना और छाती में जलन होना आदि हैं। रिफ्लक्स के कारण पेट में बुलबुला बनने लगता है जो आहार नली और गले में पहुंच जाता है। लेटने से यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। स्पाइसी या फ्राइड फूड और टोमैटो सॉस ज्यादा एसिडिक होता है इसलिए इन्हें रात में नहीं खाना चाहिए।

पिज्जा : आधी रात को पिज्जा खाने से वजन बढ़ता है। पिज्जा में चीज और टोमैटो सॉस होता है जिससे आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। चीज में मौजूद फैट और टोमैटो सॉस में मौजूद एसिड अपकी अच्छी नींद को भी प्रभावित कर सकता है। एसिडिक फूड खाने से एसिड रिफ्लक्स होता है खासकर तब जब आप इसे सोने से पहले खाते हैं।

चॉकलेट : वैसे तो चॉकलेट काफी स्वादिष्ट होता है लेकिन रात में खाने से आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। चॉकलेट केक या कुकीज से बना होता है इसमें काफी मात्रा में चीनी होती है जिससे आपकी नींद खराब हो सकती है। चीनी के अतिरिक्त ज्यादातर चॉकलेट में कैफीन की मात्रा भी होती है। लेकिन यह नींद के अलावा आपके शरीर और दिमाग के केमिकल प्रोसेस को भी प्रभावित करती है। हालांकि विभिन्न चॉकलेट बार में कैफीन की मात्रा भिन्न होती है। यह औसतन 2 औंस होता है। 70 प्रतिशत डार्क चॉकलेट बार में 79 मिलीग्राम कैफीन की मात्रा होती है जो कि आठ औंस कप कॉफी का आधा हिस्सा होता है।

एल्कोहल : रिसर्च के अनुसार एल्कोहॉल आपके सामान्य नींद को खराब कर सकता है। हालांकि एल्कोहल लेने से जल्दी नींद आती है लेकिन गहरी नींद नहीं आती है। आधी रात को शराब पीने से आप सुकून महसूस कर सकते हैं और आपको जल्दी नींद भी आ सकती है लेकिन वास्तव में यह हमारे शरीर को आरईएम चक्र ( रैपिड आई मूवमेंट) को रोक देता है। इसलिए रात को सोने से कुछ घंटे पहले एल्कोहॉल से परहेज करें।

#health #healthylife #food #sleep #healthyfood

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close