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चारधाम यात्रा: फर्जी रजिस्ट्रेशन का खेल, इन 3 राज्यों के यात्रियों के लिए एडवाइजरी

चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब प्रशासन ने एडवाइज़री जारी करते हुए तीन राज्यों से आ रहे लोगों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण को अनिवार्य किया है. साथ ही, रजिस्ट्रेशन के नाम पर हो रहे फ्रॉड से भी बचने की हिदायत दी गई है. दिलचस्प बात यह है कि इन्हीं तीन राज्यों के लोगों के साथ सबसे ज्यादा फ्रॉड के मामले भी सामने आ रहे हैं. एक तरफ पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कर रही है, जो फर्ज़ी रजिस्ट्रेशन के साथ पहुंच रहे हैं, वहीं ऐसी एजेंसियों को भी धरा जा रहा है.

3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अभी तक करीब साढ़े 14 लाख श्रद्धालु उत्तराखंड में पहुंच चुके हैं, जिनमें से 117 यात्रियों की मौत हो चुकी है. यात्रा के दौरान मौत का कारण भी मेडिकली फिट न होना बताया जा रहा है. पर्यटन विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि यात्रा में मरने वाले श्रद्धालुओं में महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान के श्रद्धालु सबसे ज्यादा हैं. इसे देखते हुए अब इन तीनो राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए एडवाइज़री जारी कर स्वास्थ्य परीक्षण ज़रूरी कर दिया है.

ऑनलाइन सर्टिफिकेट में छेड़छाड़ से सावधान!

यात्रा के दौरान क्राउड मैनेजमेंट को लेकर प्रशासन द्वारा जारी की गई व्यवस्था में फर्जीवाड़ा देखने को मिल रहा है. इन्हीं राज्यों से आने वाले यात्रियों के साथ अब ट्रैवल एजेंसी से जुड़े लोग यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में छेड़छाड़ का खेल कर रहे हैं. ऐसे मामलों में पुलिस ने अब तक 14 मुकदमे दर्ज किए हैं. यह जानकारी देते हुए पुलिस मुख्यालय की प्रवक्ता जया बलूनी ने बताया कि महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के लोगों के साथ ही ऐसा फ्रॉड ज़्यादा सामने आ रहा है.

क्यों और कैसे हो रहा है फर्ज़ीवाड़ा?

असल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कई यात्रियों के लिए बड़ी पेचीदा हो गई है. इसके साथ ही चारों धामों के भीतर होटल व बसों या टैक्सियों की बुकिंग भी बड़ा सिरदर्द बन बैठी है. ऐसे में यात्री तमाम बुकिंग्स के लिए एजेंसियों या ट्रैवल एजेंटों से संपर्क कर रहे हैं. और यहीं ज़रा सी चूक से यात्रियों के साथ रकम की धोखाधड़ी तो हो ही रही है, उनका रजिस्ट्रेशन भी फर्ज़ी होने के मामले आ रहे हैं.

रजिस्ट्रेशन को लेकर क्या हैं हलचलें?

यात्रियों से अपील की जा रही है कि वो केवल पर्यटन विभाग के पोर्टल या एप से ही रजिस्ट्रेशन करवाएं. जावलकर ने कहा कि फर्ज़ी रजिस्ट्रेशन करवाने वाले साइबर कैफे या अन्य एजेंटों पर भी एक्शन लिया जाएगा. फेक रजिस्ट्रेशन के अब तक 80 केस आ चुके हैं और ऐसे लोगों को यात्रा से रोका भी गया है. इधर आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक चारधाम दर्शन के लिए अब तक कुल 22,50,000 से ज़्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है.

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