Main Slideअन्तर्राष्ट्रीयउत्तराखंडप्रदेशराष्ट्रीय

उत्तराखंड : यूक्रेन में फंसे 154 लोगों की सूची सीएम धामी ने केंद्र को भेजी, जारी किया हेल्पलाइन नंबर

 

उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे 154 राज्यवासियों की पहली लिस्ट विदेश मंत्रालय को उपलब्ध करा दी है। हालांकि राज्य के विभिन्न जिलों से कुछ और लोगों के भी यूक्रेन में फंसे होने की सूचना आ रही है। लेकिन गृह विभाग प्रमाणित नामों को ही केंद्र सरकार के पास भेज रहा है। यह संख्या बढ़नी तय है।

गृह विभाग ने गुरुवार को हेल्पलाइन नंबर जारी करने के साथ ही सभी डीएम, एसएसपी को भी अपने- अपने जिलों से यूक्रेन में फंसे लोगों की जानकारी लेने को कहा था। इस कारण दिनभर जिलों के पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर व्यस्त रहे, सर्वाधिक व्यस्तता देहरादून में 112 के मुख्यालय में रही, यहां 83 कॉल दर्ज की गई।

शुक्रवार देर शाम अपर सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि ऐसे 154 उत्तराखंडवासियों की पहली लिस्ट केंद्र सरकार को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा और भी लोगों ने अपने परिजनों के युद्धग्रस्त देश में फंसे होने की जानकारी दी है।

दो नोडल अधिकारी तैनात :गृह विभाग ने यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों की जानकारी जुटाने के लिए दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया है। डीआईजी पी रेणुका देवी और एसपी कानून व्यवस्था प्रमोद कुमार को यह जिम्मेदारी दी गई है।

देर शाम पी रेणुका देवी ने बताया कि उनके पास आठ लोगों के परिजनों ने सम्पर्क कर, अपने परिजनों के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी दी है, एसपी प्रमोद कुमार के पास भी दो कॉल आई हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल वहां सभी भारतीय सुरक्षित हैं। अभी तक की जानकारी के अनुसार देहरादून के 43, हरिद्वार 26,टिहरी 10, चमोली 02, रुद्रप्रयाग 05, पौड़ी 13, उत्तरकाशी 07, ऊधमसिंह नगर 20, नैनीताल14, पिथौरागढ़ 02, नैनीताल 22, अल्मोड़ा 01, चम्पावत के 04 छात्र और लोग यूक्रेन में फंसे हैं।

हेल्पलाइन नंबर

पी रेणुका देवी (नोडल अधिकारी) : 7579278144
प्रमोद कुमार (सहायक नोडल अधिकारी): 9837788889
आपातकालीन नंबर: 112 (टोल फ्री)
उत्तराखंड सदन : 011-26875614-15

सीएम धामी ने बताया कि नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड के मुख्य स्थानिक आयुक्त कार्यालय को विदेश मंत्रालय के सम्पर्क में रहने को कहा गया है। इसके साथ ही सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों से फंसे लोगों का विवरण लेकर शासन तक पहुंचाने को कहा गया है। सरकार हर परिवार की चिंता में शामिल है।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close