प्रदेश

अब मृतक आश्रित कोटे में विवाहित बेटियां को भी मिल सकेगी सरकारी नौकरी, सीएम योगी ने अनुकंपा के आधार पर नौकरी का नियम बदला

लखनऊ। प्रियंका गांधी ने हाल ही में यूपी में अपने चुनावी कैम्पेन की शुरुआत करते हुए बेटी हूं, लड़ सकती हूं का नारा दिया था। जहां कांग्रेस केवल नारों में ही बेटियों की सुरक्षा के दावे और वादे कर रही है वहीं बीजेपी जमीन पर भी बेटियों की सुरक्षा और उनके बेहतर भविष्य के लिए फैसले ले रही है। अब सीएम योगी ने बेटियों के हक़ में बड़ा फैसला लिया है। अब मृतक के आश्रित कोटे से अब विवाहित बेटियां को भी सरकारी नौकरी मिल पाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

प्रदेश में अभी तक मृतक आश्रित कोटे पर अनुकंपी के आधार पर बेटे, विवाहित बेटे और अविवाहित बेटियों को नौकरी देने की व्यवस्था थी। विवाहित बेटियों के लिए व्यवस्था न होने पर इनकों मृतक आश्रित कोटे पर अनुकंपा के आधार पर नौकरियां नहीं मिल पा रही थीं।

सीएम की जानकारी में मामला आने के बाद पुरानी व्यवस्था में संशोंधन करने पर सहमति बनी कि कुटुंब की परिभाषा में विवाहित पुत्रियों को भी जोड़ दिया जाए। इसके आधार पर कार्मिक विभाग ने उत्तर प्रदेश सेवाकाल में मृत सरकारी कर्माचरियों के आश्रितों की भर्ती नियामवली 2021 को कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन मंजूरी दे दी है।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close