Main Slideउत्तर प्रदेशप्रदेश

सीएम योगी की कोविड प्रबंधन नीति से काबू में कोरोना, 90% तक कम हुई वायरस की रफ़्तार

लखनऊ। अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री की कोरोना की दूसरी लहर पर नियंत्रण पाने की जो रणनीति रही है, वह संतोषजनक एवं सफल होती दिखाई दे रही है, क्योंकि आज 1,317 कोरोना के मरीज आये हैं जो कि एक समय में प्रतिदिन 38,000 मामले भी आये हैं। कोरोना के इतने कम मामले पिछले 2 महीनों बाद आये है। कुल एक्टिव मामले 32465 हो गए हैं, जो कि एक समय में 3,10,000 हो गए थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान समय में 90 प्रतिशत तक मामले घट गए हैं। मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में स्वास्थ विभाग और टीम-9 के विभिन्न अंग जिन्होंने अपना-अपना रोल सही तरीके से निभाया है, जिसके कारण कोरोना पर नियंत्रण पाने में सफलता पाई गई हैं। 3 टी के फार्मूले को संशोधित करके आंशिक कोरोना कफ्र्यू का कॉन्सेप्ट लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि जीवन भी बचाना है, और जीविका भी बचानी है के अन्तर्गत औद्योगिक इकाइयां, आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही, दवा की दुकानें, राशन की दुकानें चलती रहे, किसानों से खरीद चलती रही, किसानों के काम चलते रहे तथा किसानों की खाद बीज की उपलब्धता भी चलती रही। इसके साथ-साथ राशन वितरण भी चलता रहा, चीनी मिलें भी चलती रही तथा किसानों का गन्ना भुगतान भी होता रहा। यह एक नया मॉडल रखे जाने का मुख्यतः उद्देश्य लोगों की गैरजरूरी आवाजाही को रोकना था।

सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा 3टी का फार्मूला दिया गया, जिसके अंतर्गत 97,000 निगरानी समितियां गांव-गांव, घर-घर जा रही हैं तथा परिवार के प्रत्येक सदस्य का हाल-चाल जान रही हैं। किसी को संक्रमण है तो उसका टेस्ट कराया जा रहा है तथा दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाई गई है, विशेषकर ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या बढ़ाई गई है जो अपने आपमें एक मिसाल है। प्रदेश में 80 हजार आक्सीजनयुक्त और आईसीयू बेड अस्पतालों में बढ़ाए गए हैं। मुख्यमंत्री जी ने संभावित तीसरी लहर से बचाव के संबंध में प्रो-एक्टिव नीति अपनाई है, जिसके तहत सभी मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड के पीआईसीयू के, हर जिला अस्पताल में 25 से 30 बेड पीआईसीयू के और कम से कम 2 सीएचसी में पीआईसीयू, पीकू के बेड बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। प्रदेश में एक समय में 1100 मी0टन आॅक्सीजन की आवश्यकता होती थी जो अब घटकर लगभग 450 मी0टन पर आ गयी है। कल 415 मी0टन आॅक्सीजन अस्पतालों को उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्था हेतु 417 अस्पतालों में नये आॅक्सीजन प्लांट लगाकर दिए जा रहे हैं, जहां हवा से ऑक्सीजन बनायी जाएगी, ऐसे इंतजाम किए जा रहे हैं जिससे पाइपलाइन के माध्यम से सीधे मरीज को आॅक्सीजन उपलब्ध हो सकें। लगभग 61 ऑक्सीजन प्लांट चालू हो गए हैं, शेष पर तेजी से कार्य चल रहा है।

सहगल ने बताया कि प्रदेश में टेस्ट की संख्या बढ़ा दी गई है, पिछले 10 दिनों से औसतन 3.50 लाख टेस्ट किए जा रहे हैं। आज भी 3.23 लाख से अधिक टेस्ट किए गए, इसमें से लगभग आधे टेस्ट आरटीपीसीआर द्वारा किए गये हैं। उन्होंने बताया कि जिन जनपदों में कोरोना के 600 से कम एक्टिव मामले हैं, वहां 01 जून से कोरोना कफ्र्यू में छूट दी गई है। आज भी 03 जनपदों लखीमपुरखीरी, जौनपुर तथा गाजीपुर में 600 से कम एक्टिव केस होने पर कोरोना कफ्र्यू में छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि इनोवेटिव एप्रोच के साथ कोरोना से लड़ाई लड़ी गई है। तीसरी लहर को देखते हुए वैक्सीनेशन में एक नया इनोवेशन किया गया है। जिसके तहत 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों को सबसे पहले वैक्सीनेशन किया जाएगा। इसके लिए 200 से अधिक अलग बूथ बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने सामान्य आर्थिक गतिविधियों पर भी ध्यान देने, प्रदेश सरकार के रोजगार कार्यक्रम को आगे बढ़ाने, नई इकाइयों को बैंकों से समन्वय कराकर ऋण उपलब्ध कराने, नए निवेशों की संभावनाओं पर कार्य किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे कि प्रदेश की आर्थिक प्रगति में तेजी लाई जा सके।

सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृत संकल्पित है और किसानों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। 01 अप्रैल से 15 जून 2021 तक गेहूं खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहूं क्रय अभियान में अब तक लगभग 09 लाख किसानों से 40,50,740.83 मी0टन गेहूं खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कोरोना कफ्र्यू के दौरान डेलीवेजेज पर कार्य करने वाले तथा गरीबों के खाने की व्यवस्था के लिए 565 कम्युनिटी किचन बनाए गए हैं, जिसमें अब तक लगभग 10 लाख से अधिक फूड पैकेट तैयार कर गरीबों में वितरित किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार घट रहे हैं। जहां उत्तर प्रदेश से छोटे राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में मामलों का घटना एक मिसाल है।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close