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अगर है ये बीमारी तो भी करानी होगी कोरोना की जांच

चीन इटली और ईरान के बाद कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से पांव पसार रहा है। भारत में इससे जुड़े मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश में अब तक 280 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

निमोनिया मरीजों को कोरोना वायरस की करानी होगी जांच

इस बीच कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नया निर्देश जारी किया है। मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक सभी निमोनिया मरीजों को कोरोना वायरस की जांच करानी होगी, जिससे कोई अनजाने में कोरोना से संक्रमित न रह जाए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 मार्च 2020 को यह निर्देश जारी किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी यह निर्देश 31 मार्च 2020 तक लागू रहेगा। साथ ही निमोनिया पीड़ित मरीजों की जानकारी नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (NCDC) या इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) में देनी होगी।

सोशल डिस्टेंसिंग

स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी अस्पतालों को कहा है कि वे परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखें। केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से देश में कोरोना मरीजों की जांच को लेकर उठ रहे सवालों पर विराम लगेगा।

236 सैंपल पॉजिटिव

मंत्रालय ने कहा है कि सभी अस्पताल जांच ले कि उनके पास पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर्स, ऑक्सीजन, मास्क, हैजमट सूट, आईसीयू आदि की व्यवस्था है कि नहीं। साथ ही यह भी कहा है कि हर मरीज के साथ एक ही अटेंडेंट होगा. इस नियम का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 मार्च 2020 को बताया है कि 14514 लोगों से 15404 सैंपल लिए गए। इनका टेस्ट देश की विभिन्न प्रयोगशालाओं में किया गया. इनमें से 236 सैंपल पॉजिटिव पाए गए।

गंभीर स्तर का निमोनिया

आपको बता दें कि कोरोना वायरस से बीमार व्यक्ति को गंभीर स्तर का निमोनिया हो जाता है। जिसकी वजह से उसके फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं। चीन के वुहान में भी सबसे पहले निमोनिया के ही मामले सामने आए थे, जो बाद में पता चला कि कोरोना से संक्रमित हैं।

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