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IRCTC अब भारतीय रेल में केटरिंग की सुविधा बढ़ाने के लिए करेगी ये बड़ा काम

मोदी सरकार की यह प्लानिंग थी कि सिंगल यूज प्लास्टिक की 6 चीजों को बैन कर दिया जाएगा पर अर्थव्यवस्था में पहले से ही मंदी और कई कंपनी में छंटनी के कारण आशंका है कि अगर प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है। सरकार प्लास्टिक बैग, कप, प्लेट, छोटे बोतल, स्ट्रॉ और कुछ चीजों के शैशे पर पूरी तरह से रोक नहीं लगा रही है, पर प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए जनता को प्रोत्साहित करेगी।

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रेल नीर की पैकेजिंग करेगा बायोडिग्रेडेबल सामग्री से

सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से बैन नहीं लगाया है। IRCTC  कंपनी ने इस मामलें में भारतीय रेल में केटरिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी एक बड़ा कदम उठाया है। ‘रेल नीर’  ब्रांड IRCTC  ट्रेनों में पानी बेचता है। IRCTC अब रेल नीर की पैकेजिंग बायोडिग्रेडेबल सामग्री से करेगा। IRCTC  ने ट्वीट में लिखा गया है कि सिंगल यूज प्लास्टिक से निपटने के लिए रेल नीर की बायोडिग्रे​डेबेल पैकेजिंग को टेस्ट कर लिया गया है। इस योजना को लखनऊ-नई दिल्ली-लखनऊ रूट पर शुरू कर दिया गया है।

रेल नीर से लगभग 176 करोड़ रुपए वार्षिक कमाई

रेलवे रेल नीर से लगभग 176 करोड़ रुपए वार्षिक कमाई कर लेता है। रेलवे की कुल आय में रेल नीर का हिस्सा 7.8 प्रतिशत ही होता है। इंडियन रेलवे के पास रेल नीर के लिए अभी तक देशभर में 10 प्लांट हैं, जिनकी क्षमता 10.9 लाख लीटर रोजाना है। जल्द ही रेलवे 6 और नए प्लांट लगाएगा। साथ ही 2021 तक रेल नीर के 4 नए प्लांट लाने के लिए कंपनी के बोर्ड ने स्वीकृति दे दी है।

रेल नीर‘  ब्रांड बेचता है IRCTC  ट्रेनों में पानी

मोदी सरकार ने 2 अक्टूबर पर गांधी की 150वीं जयंती पर लोगों से ये अपील की थी कि वह सिंगल यूज प्लास्टिक का यूज न करें। सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से बैन नहीं लगाया है। IRCTC  कंपनी ने इस मामलें में भारतीय रेल में केटरिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी एक बड़ा कदम उठाया है। ‘रेल नीर’  ब्रांड IRCTC  ट्रेनों में पानी बेचता है। IRCTC अब रेल नीर की पैकेजिंग बायोडिग्रेडेबल सामग्री से करेगा।

सिंगल यूज प्लास्टिक के यूज के लिए एडवायजरी

पर्यावरण मंत्रालय के शीर्ष ब्यूरोक्रेट चंद्र किशोर मिश्रा का कहना है कि सरकार द्वारा राज्यों को सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल के लिए एडवायजरी जारी की गयी है।  जिसमें राज्यों से कहा गया है कि प्लास्टिक के बने आइटम्स को बाहर  करने का रास्ता दिखाएं। पहले स्टेप में लोगों को प्लास्टिक की चीजों के नुकसान के बारे में जागरूक किया जाए। दूसरे स्टेप में इसका आप्शन उपलब्ध कराया जाएगा।

सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध नहीं

‘स्वच्छ भारत’ की ओर से ट्वीट किया गया है कि, ‘पीएम मोदी की ओर से 11 सितंबर 2019 को शुरू किए गए ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का सम्पूर्ण उर्देश्य सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगाने की नहीं , बल्कि इसके प्रयोग को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता लाना है।

रिपोर्ट – श्वेता वर्मा

 

 

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